Rohit’s Blog!

Being in this world…

खुशी से जीने को ही जिंदगी कहते है।

जिस पल आपकी मृत्यु हो जाती है, उसी पल से आपकी पहचान एक “बॉडी” बन जाती है। अरे… “बॉडी” लेकर आइये, “बॉडी” को उठाइये, ऐसे शब्दो से आपको पुकारा जाता है, वे लोग भी आपको आपके नाम से नही पुकारते , जिन्हे प्रभावित करने के लिये आपने...

क्वॉरंटीन , आइसोलेशन और छुआ छूत का इतिहास – ब्लडी इंडियन ।

जब किसी की मृत्यु होती थी तब भी 13 दिन तक उस घर में कोई प्रवेश नहीं करता था। यही आइसोलेशन था। क्योंकि मृत्यु या तो किसी बीमारी से होती है या वृद्धावस्था के कारण जिसमें शरीर तमाम रोगों का घर होता है। यह रोग हर जगह न फैले इसलिए 14 दिन का क्वॉरंटीन बनाया गया। जो शव को...

मैं न होता, तो क्या होता ?

“अशोक वाटिका” में जिस समय रावण क्रोध में भरकर, तलवार लेकर, सीता माँ को मारने के लिए दौड़ पड़ा, तब हनुमान जी को लगा, कि इसकी तलवार छीन कर, इसका सर काट लेना चाहिये! किन्तु, अगले ही क्षण, उन्हों ने देखा “मंदोदरी” ने रावण का हाथ पकड़ लिया ! यह देखकर वे...

महाभारत के नौ सार सूत्र

यदि “महाभारत” को पढ़ने का समय न हो तो भी इसके नौ सार- सूत्र हमारे जीवन में उपयोगी सिद्ध हो सकते है : एक: संतानों की गलत माँग और हठ पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया, तो अंत में आप असहाय हो जायेंगे- कौरव दो: आप भले ही कितने बलवान हो लेकिन अधर्म के साथ हो तो,...

भारतीय परिवारों की विडम्बना ।

परिवार खत्म होते जा रहे हैं। दो भाई वाले परिवार भी अब आखरी स्टेज पर हैं । पहले कच्चे घरो में भी बड़े परिवार रह लेते थे। अब बड़े बंगलो में भी ढाई तीन लोग रहने का फैशन चल पड़ा है। मन दुखी होता है सब सोचकर हम को ईमानदारी से इस दिशा में सोचना चाहिए। इस चुनौती पूर्ण सदी में...